Tuesday, August 11, 2015

कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा....?

कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा....?
जब से इस सवाल को मैंने स्टे्टस में डाला है तब से दिमाग में ये घूम रहा है
बात सिर्फ अब कटप्पा की नहीं रही है , बात उन सभी लतीफों की जो हमारे अगल बगल रोजाना बनते रहते है ।
किसी मुद्दे पर राहुल गांधी पर चुटकुला बन जाना,विराट कोहली का आउट होना तो अनुष्का शर्मा पर जोक्स बन जाना,मोदी के भाषण पर मसखरी से लेकर कर केजरीवाल,अन्नाहजारे, अच्छेदिन,बिगबॉस पर रोजाना नए ट्रेंड के चुटकुले हमारे बीच आते है ।
सबसे अच्छी बात तो यह कि अभी तक बिरयानी ही वेज और नॉनवेज मिलती थी लेकिन कैटगरी वाइज हम लोगों ने जोक्स को भी वेज और नॉनवेज में बांट दिया है।
जिसकों हम छुपाते तो पूरा है लेकिन दोस्तों के बीच में ठहाके भी खूब लगाते है तो कभी चुपके से दफ्तर में,बस स्टैंड,चाय की दुकान पर पढ़ कर मन ही मन मुस्करा लेते है।
लेकिन इस सबके बीच अब लतीफों का संसार आगे निकल चुका है वो अब संता-बंता और रजनीकांत के बीच ही नहीं रहा
अब लतीफा किसी का भी बन सकता है सुबह गिरफ्तार हुए नावेद नाम के आंतकी पर आपको शाम तक दो दर्जन लतीफे मिल जाएंगे।
विराट कोहली के जीरो रन पर आउट होने पर आपको चंद मिनट में व्यग्यात्मक रूप से कोहली के आउट होने की बीस वजह ह्वाट्सएप पर मिल जाएगी
भारत-पाकिस्तान का सीज फायर उल्लंघन हो या फिर अमरिकी राष्ट्रपति का भारत दौरा या फिर भारत के प्रधानमंत्री का फ्लाइट मोड में रहना हो
ये सारी बाते सिर्फ इस वर्जुअल लतीफा अनलिमीडेट कंपनी से निकले है जिसका 100 फीसदी शेयर सिर्फ जनता के पास है यह पता नहीं कि ये इंडस्ट्री नो प्रोफीट नो लॉस पर काम करती है या फिर खुलकर हंस लेना और खिल्ली उड़ाने मात्र को ही यह शुद्ध मुनाफा मानते है ।
आखिर ये जोक्स कहां बनते होंगे...फिर वो कहां से कहां होते होते आप तक पहुंचते होंगे और फिर भी आपका कोई दोस्त कहता होगा कि अरे ये वाला बहुत पुराना है ।
लेकिन अब सोचिए इस इंडस्ट्री के रिच पर जिस पर ये भी लिखा होता है कि जल्दी से फॉरवर्ड करों मार्केट में नया है ।
लेकिन एक बता तो तय है कि लतीफा सिर्फ लतीफा ही नहीं रहता है उसमें भी मेंटल एनर्जी लगानी पड़ती है क्योकि जो सवाल 250 करोड़ की फिल्म बनाने वाले निर्देशक ने नहीं सोचा वो सवाल किसी एक मसखरे ने सोचा और पूछ भी लिया कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यो मारा...?

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