Wednesday, April 13, 2016

एक बहुत पुराना पेशेवर मास्टर




द्रोणाचार्य एक ऐसे महान गुरु थे जिन्होंने एक ऐसे छात्र से सिर्फ इस वजह से उसका दाहिना अंगूठा मांग लिया जिससे की इनके चेले को धनुर्विद्या में कोई हरा न सके।
और वो छात्र जिससे इन्होंने दाहिना अंगूठा माँगा था उसको इन्होंने सिखाने से भी मना कर दिया था, जिसके बाद एकलव्य ने द्रोणाचार्य को अपना गुरु मनोनीत किया था और उनकी प्रतिमा बना कर अभ्यास किया करता था ।
और मात्र उसी एवज में एकलव्य ने हस्ते हस्ते अपना अंगूठा काट कर द्रोणाचार्य के चरणों में रख दिया था ।
लेकिन आज विडम्बना देखिये इस आज्ञाकारी छात्र को आज कोई याद नहीं कर रहा और इस खुदगर्ज, लालची गुरु के नाम पर शहर बसाये जा रहे हैं ।
गुड़गांव के साथ अब एक मतलबी मास्टर का नाम जुड़ गया गुरुग्राम ।




वजनदारों का वजन घटा मतलब खबर भारी है

पहली तस्वीर में अनंत अम्बानी है जिन्होंने 18 महीने 108 किलो वजन किया है वो भी हार्ड वर्क करने के बाद...दूसरी तस्वीर को आप सुखिया,दुखिया,पन्नालाल किसी भी किसान के बेटे के रूप में मान लीजिये...इनका वेट भी बहुत लॉस हुआ बगैर किसी हार्ड वर्क के..
इन्होंने अपना वजन घटाने के लिए कुछ नहीं किया...कुदरत ने पानी नहीं गिराया, बाप के फसलों का अच्छा दाम नहीं मिला, साहूकार ने जमीन कब्जा ली
और एक झटके में वजन कम हो गया।
लेकिन अफ़सोस खबर नहीं बनी।
सलमान से लेकर धोनी तक सेल्फ़ी लेने नहीं आये ।
और हा
फॉरगेट मनी





कहां है १०० करोड़ वाला कुनबा ?

महाराष्ट्र सरकार ने लातूर के लिए 5 लाख लीटर से भरी पानी एक्सप्रेस रवाना किया ।
स्वागत होना चाहिए ।
लेकिन इस राज्य का वो 100 करोड़ क्लब वाला कुनबा क्या कर रहा है ?
जो सारे राष्ट्र से 100 रूपये की टिकट के बदले इस 100 करोड़ वाले क्लब में शामिल होता है ।
कहाँ है अनुपम खेर,सलमान खान,आमिर खान,ऋतिक रोशन , सचिन तेंदुलकर ,कपूर और समस्त बच्चन परिवार जैसे लोग...
ऋषि कपूर क्या सिर्फ लिकर पर ट्विटर पर ज्ञान झोकेंगे की वाटर पर भी कुछ सुझाव सरकार को देंगे...
या फिर सारा पैसा और भक्ति लालबाग वाले राजा पर ही खर्च होगा ?
राष्ट्र की कुछ कमाई तो अपने महाराष्ट्र भलाई के लिए लगाना चाहिए ।