जी हां सत्ता का समर सामने आ गया है तारिखो का एलान भी हो गया है, ऐसे में अब तक का सबसे प्रयोगिक चुनाव माना जा रहा ये सोलहवी लोकसभा का आम चुनाव जरुर ही दिलचस्प होगा क्योकि इन चुनावो में जैसे से प्रयोग हो रहे है वैसे प्रयोग आज तक कभी नहीं हुए , कोई पार्टी सीधे सीधे जनाता के पूंछ रही है की वो सरकार बनाये की नही बनाये
तो कोई नुक्कड़ लगा कर जनता से सीधे संवाद कर रहा है की लोग क्या सोचते है और क्या करना चाहते है हर हाथ शक्ति की बात हो या तरक्की के पिछले दस सालों कि रिपोर्ट सभी पार्टीया अपने को सबका हितैषी बता रही है..इसी तरह के प्रयोगों में एक प्रयोग है मोदी की टी मतलब मोदी की चाय....मोदी अपनी चाय से लोगो को मोटीवेट कर रहे है की सरकार उनको बनाया जाय और वो अपने मैनेजमेंट से देश को गुजरात बना देंगे हालाकि बाकि पार्टिया देश को सब कुछ बनाने को तैयार है लेकिन गुजरात नहीं और मोदी है की हर गुजरती रात के बात उनकी तैयारियां जोर पकड़ ले रही है इसी सिलसिले में मैनेजमेंट में माहिर मोदी ने अपने उपर किये गये मणिशंकर अय्यर के कटाक्ष को ही अपना चुनावी कवछ बनाया है और चाय वाला मोदी अब मोदी चाय बन कर जनता से सीधे संवाद कर रहा है, आज तक तो हमारे देश की सरकारे मंदिर और प्याज पर ही गिरने और बनने का रिकार्ड था ऐसे में पहली बार सत्ता की चाह में चाय इनवाल्ब हुआ है चाय पर ई गवर्नेंस की बात हो रही है , चाय पर महिला सुरक्षा की बातें हो रही है, चाय पर महंगाई की बात हो रही है, चाय पर कश्मीर मुद्दे की बात हो रही है ,ऐसे में चाय का सत्ताउपयोगी चरमोत्कर्ष मैने पहली बार देखा है...खैर जो भी हो इस समर वेकेशन में चुनावी समर भी है एक तरफ यूपीए ने अपने आपको युवा जोश का समर्थक बताया है तो वही मोदी लोगो के सुहाने सपने दिखा रहे है ताकि लोग उनसे जुड़ सके लेकिन देखना होगा की मो "टी " करेगी मोटीवेट
तो कोई नुक्कड़ लगा कर जनता से सीधे संवाद कर रहा है की लोग क्या सोचते है और क्या करना चाहते है हर हाथ शक्ति की बात हो या तरक्की के पिछले दस सालों कि रिपोर्ट सभी पार्टीया अपने को सबका हितैषी बता रही है..इसी तरह के प्रयोगों में एक प्रयोग है मोदी की टी मतलब मोदी की चाय....मोदी अपनी चाय से लोगो को मोटीवेट कर रहे है की सरकार उनको बनाया जाय और वो अपने मैनेजमेंट से देश को गुजरात बना देंगे हालाकि बाकि पार्टिया देश को सब कुछ बनाने को तैयार है लेकिन गुजरात नहीं और मोदी है की हर गुजरती रात के बात उनकी तैयारियां जोर पकड़ ले रही है इसी सिलसिले में मैनेजमेंट में माहिर मोदी ने अपने उपर किये गये मणिशंकर अय्यर के कटाक्ष को ही अपना चुनावी कवछ बनाया है और चाय वाला मोदी अब मोदी चाय बन कर जनता से सीधे संवाद कर रहा है, आज तक तो हमारे देश की सरकारे मंदिर और प्याज पर ही गिरने और बनने का रिकार्ड था ऐसे में पहली बार सत्ता की चाह में चाय इनवाल्ब हुआ है चाय पर ई गवर्नेंस की बात हो रही है , चाय पर महिला सुरक्षा की बातें हो रही है, चाय पर महंगाई की बात हो रही है, चाय पर कश्मीर मुद्दे की बात हो रही है ,ऐसे में चाय का सत्ताउपयोगी चरमोत्कर्ष मैने पहली बार देखा है...खैर जो भी हो इस समर वेकेशन में चुनावी समर भी है एक तरफ यूपीए ने अपने आपको युवा जोश का समर्थक बताया है तो वही मोदी लोगो के सुहाने सपने दिखा रहे है ताकि लोग उनसे जुड़ सके लेकिन देखना होगा की मो "टी " करेगी मोटीवेट
itne dinon baad pdhkr achcha lga
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