कल तुम्हारा दिन है
कल के दिन तुम्हारी बात होगी
की तुमको किताना भोगा गया
अब कितनी बची हो
कल मै भी कहूंगा बहुत चिल्ला कर
किसी न किसी संगोष्ठी में , वर्जन में , बाइट में
की जो भी तुम्हारे साथ होता है
वो ठीक नहीं होता
कहूंगा मै भी कुछ ऐसा की
मै भी खुद को तुम्हारे
सुरक्षा के ठेकेदारो में शामिल कर सकूं
क्योकि मै जान गया हूं
तुमको ठेकेदार बन कर भोगना
अब ज्यादा आसान है
मनीष यादव
कल के दिन तुम्हारी बात होगी
की तुमको किताना भोगा गया
अब कितनी बची हो
कल मै भी कहूंगा बहुत चिल्ला कर
किसी न किसी संगोष्ठी में , वर्जन में , बाइट में
की जो भी तुम्हारे साथ होता है
वो ठीक नहीं होता
कहूंगा मै भी कुछ ऐसा की
मै भी खुद को तुम्हारे
सुरक्षा के ठेकेदारो में शामिल कर सकूं
क्योकि मै जान गया हूं
तुमको ठेकेदार बन कर भोगना
अब ज्यादा आसान है
मनीष यादव
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